Press "Enter" to skip to content

इजराइल और ईरान के बीच तनाव: संभावित परिदृश्य

इजराइल और ईरान के बीच तनाव: संभावित परिदृश्य

पश्चिम एशिया में चल रहे तनाव ने एक बार फिर इजराइल और ईरान के बीच की स्थिति को गंभीर बना दिया है। हाल के घटनाक्रमों में, ईरान ने इजराइल पर मिसाइलों की बौछार की, जिससे संघर्ष की एक नई लहर शुरू हो गई है। इस स्थिति में, यह जानना महत्वपूर्ण है कि आगे क्या हो सकता है, विशेष रूप से अमेरिका की भूमिका के संदर्भ में।

अमेरिका की स्थिति

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन, वर्तमान में एक “लाम्ड डक” स्थिति में है, और सवाल उठता है कि क्या उनके पास ईरान के साथ पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ने की कोई इच्छा है। विशेषज्ञों का मानना है कि न तो बाइडेन और न ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति, डेमोक्रेटिक या रिपब्लिकन, ईरान के साथ पूरी तरह से युद्ध के लिए इच्छुक हैं।

इजराइल की रणनीति

हालांकि, इजराइल की युद्ध कैबिनेट ईरान के खिलाफ अधिक सक्रियता दिखाने में रुचि रखती है। यह सच है कि बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका को ईरान पर हमले के लिए मनाने की कोशिश की है। लेकिन इजराइल का आक्रमण कितना गंभीर होगा, यह वाशिंगटन से मिलने वाले समर्थन पर निर्भर करेगा।

अमेरिका ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि वे ईरान के परमाणु स्थलों पर हमले में शामिल नहीं होंगे। इससे यह संकेत मिलता है कि इजराइल को अपने आक्रमण की रणनीति में सतर्क रहना होगा।

संभावित परिणाम

यदि तनाव बढ़ता है और इजराइल ईरान के तेल या परमाणु सुविधाओं पर हमला करता है, तो इससे स्थिति और अधिक जटिल हो सकती है। इससे न केवल क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति खराब होगी, बल्कि यह अमेरिका को भी संघर्ष में शामिल कर सकती है।

विशेषज्ञों का मानना है कि स्थिति में सुधार की संभावनाएँ कम हैं। इस समय, यह महत्वपूर्ण है कि सभी पक्षों को अपनी रणनीतियों को समझदारी से निर्धारित करना होगा ताकि एक बड़े संघर्ष से बचा जा सके।

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *